पारंपरिेक शोध की जहाँ तक गोपनीयता का प्रश्न है यह आरोप बेबुनियाद है। वास्तविकता यह है, कि एक वैद्य देश, काल, पात्र एवं रोग के
Month: January 2021
आयुर्वेद के विषय में एक विचित्र आरोप-प्रत्यारोप चलता रहा है। यह वैसा ही आरोप है, जैसा आज से पचास – सौ वर्ष पहले योग एवं
The subjects that were taught at the Gurukuls were very specialized but unfortunately the subject names have been misrepresented or wrongly translated. Here I have
‘ऋण का भाव’ पैदा करने वाली व्यवस्था: समाज में हर तरह के काम के लिए ‘सहयोग की अर्थव्यवस्था’ ही व्याप्त रही है, जिसके माध्यम से
(गुरुजी श्री रवीन्द्र शर्मा जी के साथ की बातचीत के आधार पर) ‘धन के हस्तांतरण’ के विभिन्न प्रकारों वाली व्यवस्था: जिस तरह हमारे समाज में