राग एक, अदायगी अनेक। पेड़ की प्रजाति एक, परंतु फिर भी उसी प्रजाति के दो पेड़ एक जैसे नहीं। सब अपनी अपनी छटा, अपनी विशिष्टता
Month: January 2022
भारत में ही भारत के भारतीयों द्वारा विस्थापन की स्थिति में ७० वर्ष से नये बन रहे ‘आधुनिक’ भारत में क्या आपको अपनी आत्मछबि दिख रही है? अधिकतर भारतवासियों
राष्ट्रीय नवरचना, ‘विकास’ और ‘प्रगति’ की राह पर चल पड़ने पर सभ्यता और संस्कृति के सवाल खड़े होने न केवल स्वाभाविक है; अगर खड़े न हो तो समझना चाहिए, कि कुछ भारी
111. Aushadha: This word Aushadhi is derived from the word Oshadhi which means ‘medicinal herb’. This word is generally employed for all medicines especially of vegetable origin.
लेखक – किशनसिंह चावडा (जिप्सी)किताब – अंधेरी रात के तारे एकादशी और पूर्णिमा के दिन मैं पिताजी के साथ गुरुद्वारे जाया करता था। शाम को