Author: Team Saarthak Samvaad

  • Ganesh Chaturthi at Kala Ashram, Adilabad

    Ganesh Chaturthi at Kala Ashram, Adilabad

    In the heart of Adilabad, for over four decades, the sacred tradition of crafting and sharing Clay Ganapatis has flourished at Kala Ashram. Initiated by Shri. Ravindra Sharma, this humble practice is a celebration of the deep-rooted joy found in creation and the gentle art of letting go. Each year, only 40 Ganesh Murthis are…

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  • Ganesh Vandana & Seminar at Ahmedabad

    Ganesh Vandana & Seminar at Ahmedabad

    नौवाँ गणेश वंदना वार्षिक समारोह एवं सामाजिक अर्थव्यवस्था के विषय पे परिसंवाद

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  • Modernity through Indian eyes
    – Part (2/2)

    We are living through the times of fast changes. In such transient times, it is really difficult to hold onto anything dearly, but should there be any yardstick of what to accept and what not? The yardstick can truly be the essence on which Bharatiyata stands. The present article is an English translation by *Shri…

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  • Modernity through Indian Eyes – Part I

    We are living through the times of fast changes. In such transient times, it is really difficult to hold onto anything dearly, but should there be any yardstick of what to accept and what not? The yardstick can truly be the essence on which Bharatiyata stands. The present article is an English translation by *Shri…

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  • उजाले से अँधियारे में : भाग (२/२)

    गतांक से चालू। भाग १ यहाँ पढ़ें। (२) शाम ढल चुकी थी। कृष्णपक्ष की रात का अँधेरा उतर आया था। बिजली के खम्भों की रोशनी से वह दबने को तैयार नहीं था। ठण्ड कह रही थी, कि दिल्ली में मेरा राज है, काँग्रेस का नहीं। शायद नौ बजे होंगे। पूरे शाहजहाँ रोड पर मेरे सिवा…

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  • उजाले से अँधियारे में : भाग (१/२)

    नयी दिल्ली का अपना एक विशिष्ट व्यक्तित्व है। उस पर पंजाबी संस्कारिता की छाप है और उत्तर प्रदेश की सभ्यता का प्रभाव है। दिल्ली की अपनी परम्परागत मौलिक तहज़ीब तो उसके ताने-बाने में बुनी हुई है, परन्तु आजकल ये सारे प्रभाव तिरोहित होते जा रहे हैं और उन पर छा गया है पश्चिम की संस्कृति…

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  • कफनफरोश

    मित्रमंडली में उनका प्यार का संक्षिप्त नाम था आर. डी., सो इस हद तक, कि उनकी पत्नी तक बातचीत में उनका उल्लेख बिना किसी संकोच के इसी नाम से करती। आदमी थे गणित के क्षेत्र के। गणित विषय लेकर एम.ए. की परीक्षा प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण की थी, लेकिन ललित कलाओं में बेहद दिलचस्पी। जीवन के प्रति अपार…

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  • प्रश्न और उत्तर

    पूर्वी और दक्षिणी अफ्रीका से आने वाले मेरे अनेक मित्रों से मैं वहाँ की आदिवासी वन्य जातियों के विषय में कुतूहलपूर्ण प्रश्न पूछा करता था। उनके रहन-सहन, आदतें, चलन- व्यवहार, विचारसरणी, भावनाएँ आदि में मुझे गहरी दिलचस्पी थी और मैं अनेक प्रकार के प्रश्न पूछता, परंतु किसी भी मित्र ने स्वानुभव की या सुनी हुई…

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  • अच्छाई के लिए प्रोत्साहन – जय प्रकाश नारायण

    अच्छाई के लिए प्रोत्साहन – जय प्रकाश नारायण

    अतीत काल में मनुष्य किसी उच्चतर नैतिक सत्ता से, जिसमें उसका विश्वास था, प्रेरित हो कर अच्छा बनने का प्रयन्त करता था; और अच्छाई के अर्थ होते थे : सत्यनिष्ठा, ईमानदारी, दयालुता, चारित्र्य, नि:स्वार्थता आदि।

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  • Incentives of Goodness by Jayaprakash Narayan

    Incentives of Goodness by Jayaprakash Narayan

    Undoubtedly one of the biggest revolutionaries post independence, fondly known as Loknayak or JP, Jayprakash Narayan is a highly respected socialist leader for his critical thinking of our political dispensation. Contrary to the popular beliefs, JP elaborates the idea of the necessity of a superior non materialistic motive in front of the society to ensure…

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