Author: sushobhit

  • श्रीरामजन्मभूमि मंदिर के निर्माण का आधार रूप दीर्घकालीन बौद्धिक संघर्ष

    श्रीरामजन्मभूमि पर मन्दिर निर्माण के लिए न केवल लम्बी क़ानूनी लड़ाई लड़ी गई थी और धरातल पर कारसेवकों ने इसके लिए संघर्ष किया था, बल्कि इसकी तर्कयोजना के निर्माण के लिए अनेक बुद्धिजीवियों ने भी अख़बारों के पन्ने रंगे थे। यह दुनिया का इकलौता ऐसा मामला होगा, जिसमें किसी देश के बहुसंख्यक समुदाय ने अपने…

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  • विद्रोह – एक प्रतिक्रियात्मक प्रक्रिया

    अगर किसी जाति का पतन करवाना हो, तो उस पर बहुत हीन क़िस्म के प्रतिबंध लगा दो। वह उन हीन प्रतिबंधों के विरुद्ध हीन विद्रोह करने में अपना जीवन बिता देगी! याद रहे- जिस तल पर प्रतिबंध होता है, विद्रोह भी उसी तल पर होता है। विद्रोही ऊपर-ऊपर से दिखता तो है बड़ा स्वतंत्रचेता, किन्तु…

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  • श्रम के मूल्यांकन में विवेक की भूमिका

    हिन्द स्वराज में महात्मा गांधी ने प्रश्न किया था, कि वकील मज़दूर से ज़्यादा रोज़ी क्यों मांगते हैं? उनकी ज़रूरतें मज़दूर से ज़्यादा क्यों हैं? उन्होंने मज़दूर से ज़्यादा देश का क्या भला किया है? यह एक महत्वपूर्ण प्रश्न था, जिस पर हिन्द स्वराज लिखे जाने के 113 वर्षों बाद भी पर्याप्त मनन नहीं हो…

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