Category: भिक्षावृत्ति

  • भिक्षावृत्ति उत्सव : भाग (१/२)

    ‘भिक्षावृत्ति’ की भारत वर्ष में एक सुदीर्घ परम्परा रही है। ‘भिक्षाटन’ को अन्य ढेरों वृत्तियों की तरह एक वृत्ति यानि जीवनयापन का साधन माना गया है। वे समाज में मनोरंजनकर्ता; कलाकार (गीत – संगीत – नृत्य – अभिनय, आदि); घर-पहुँच ग्रंथालय; सूचना प्रदानकर्ता; गाँव एवं पंचायतों के अतिविशिष्ट मामलों के समाधानकर्ता; अपरिग्रह, निर्लिप्तता आदि के…

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