Video series: Deconstructing Modernity: Part (iv) – Restlessness

आधुनिक व्यक्ति के शरीर और मन सदैव गतिशील रहते हैं, स्थिर नहीं रह पाते हैं। यही अनावश्यक गतिशीलता हड़बड़ाहट, थकान और भय को जन्म देती है। स्थिरता के अभाव में वह बड़ी सरलता से किसी से भी प्रभावित होने लगता है और यहीं से वह भय एवम् भ्रम से ग्रसित होने लगता है।

सुनिए पवन गुप्त जी की वाणी में Deconstructing Modernity शृंखला का चतुर्थ चरण: Restlessness।

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